ओजस्वी की टिकट कटने से मचा बवाल
बस्तर अपडेट/ दंतेवाड़ा
दंतेवाड़ा विधानसभा सीट से दिवंगत पूर्व विधायक भीमा मंडावी की पत्नी ओजस्वी मंडावी की टिकट काटे जाने से बवाल मच गया है। नक्सली हमले में विधायक भीमा के मारे जाने के बाद भाजपा ने उप चुनाव में ओजस्वी को उतारा था, लेकिन आम चुनाव में पति को मिले वोट से करीब करीब 2 हजार ज्यादा वोट बटोरने के बावजूद ओजस्वी की हार हुई थी। इसे देखते हुए दोबारा ओजस्वी को मौका दिए जाने की उम्मीद की जा रही थी। इसके पीछे यह भी तर्क दिया जा रहा था कि चूंकि उप चुनाव में सत्ताधारी पक्ष के उम्मीदवार के साथ पूरी सरकार होती है, ऐसे में उप चुनाव में विपक्षी उम्मीदवार की हार को आधार बनाकर उसका भविष्य तय नहीं किया जा सकता। लेकिन अंतिम समय में भाजपा ने संघ परिवार की पसंद को तवज्जो देते हुए पार्टी के जिलाध्यक्ष चैतराम अटामी की टिकट फाइनल कर दी। ओजस्वी को टिकट नहीं मिलने पर भीमा मंडावी की पुत्री दीपा का बयान सोशल मीडिया में काफी वायरल हो गया है, जिसमें दीपा ने पार्टी द्वारा अपने पिता भीमा की शहादत व सेवा के बदले यह सिला देने की बात कही है।
डिप्टी कलेक्टर पद का ऑफर छोड़ा था
झीरम घाटी कांड में मारे गए कांग्रेसी नेता महेंद्र कर्मा के पुत्र को अनुकंपा में डिप्टी कलेक्टर के पद पर नियुक्ति मिल चुकी है, लिहाजा ओजस्वी को भी नक्सली हिंसा में पति भीमा मंडावी के मारे जाने के एवज में डिप्टी कलेक्टर या डीएसपी रैंक का पद अनुकंपा नियुक्ति में मिलने की संभावनाएं ज्यादा थीं, लेकिन ओजस्वी ने उप चुनाव में भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़ने का विकल्प चुना था।
गुटबाजी बढ़ने के आसार
चैतराम अटामी की टिकट फाइनल होने के बाद भाजपाई खेमे में खुशी की बजाय मायूसी का माहौल दिखाई पड़ रहा है। दरअसल, चैतराम सलवा जुडूम के लीडर रहे हैं। साथ ही गीदम ब्लॉक के कासोली के सरपंच और इसके बाद जिला पंचायत सदस्य और जिला वनोपज यूनियन के अध्यक्ष भी रहे हैं। चैतराम को टिकट मिलने से असंतुष्ट खेमे बाजी में जुट गए हैं, हालांकि अनुशासन के डंडे के डर से कोई भी मुखर होकर विरोध नहीं कर रहा है। इसके बावजूद यह स्थिति बनी रही तो चुनाव में पार्टी को काफी नुकसान उठाना पड़ सकता है।
ये भी रहे प्रमुख दावेदार
भाजपा की ओर से टिकट के अन्य प्रमुख दावेदारों में ओजस्वी के अलावा जिला पंचायत सदस्य रामू नेताम, भाजजा अजजा मोर्चा के प्रदेश महामंत्री व पूर्व जिपं सदस्य नंदलाल मुड़ामी दौड़ में शामिल थे। इनमें संयोग से ओजस्वी, नंदलाल और रामू जैसे युवा उम्मीदवारों के मुकाबले पार्टी ने संघ परिवार के चैतराम अटामी को तवज्जो दी।
अन्य दलों से ये होंगे उम्मीदवार
इस सीट से आम आदमी पार्टी ने बल्लू भवानी को और सीपीआई ने भीमसेन मंडावी को अपना प्रत्याशी तय किया है।