मुठभेड़ में मारी गई नक्सल किवदंती गुड्सा उसेंडी की बहन रेणुका

  • फोर्स को बड़ी सफलता, अन्तर्राज्यीय नक्सल लीडर महिला रेणुका को मार गिराया
  • छत्तीसगढ़ में 25 लाख व आंध्र-तेलंगाना में 20-20 लाख का इनाम घोषित था
  • विभिन्न नक्सल पत्रिकाओं की संपादक थी मृत एलएलबी डिग्रीधारी महिला नक्सली
  • पूर्व नक्सली लीडर गुड्सा उसेंडी की सगी बहन थी रेणुका

शैलेन्द्र ठाकुर@ बस्तर अपडेट। दंतेवाड़ा

दंतेवाड़ा डीआरजी, बस्तर फाईटर्स ने सोमवार की सुबह कुल 45 लाख रुपए की ईनामी व अन्तर्राज्यीय कैडर डीकेएसजेडसीएम की महिला नक्सली
गुम्माडिवेली रेणुका उर्फ भानु उर्फ चैते उर्फ सरस्वती उर्फ दमयन्ती को मार गिराया। यह मुठभेड़ दन्तेवाड़ा व बीजापुर जिले के सीमावर्ती क्षेत्र ग्राम नेलगोड़ा, इकेली, बेलनार के मध्य जंगल पहाड़ी में हुई। मृत महिला नक्सली सेन्ट्रल रीजनल ब्यूरो (सीआरबी) प्रेस टीम की इंचार्ज व नक्सलियों की प्रभात पत्रिका, मिड़गुर, पड़ियारा पोल्लो, जंग जैसी पत्रिकाओं की संपादक थी।

कानून की स्नातक डिग्री एलएलबी की शैक्षणिक योग्यताधारी उक्त महिला नक्सली पर छत्तीसगढ़
शासन द्वारा 25 लाख व तेलंगाना शासन द्वारा 20 लाख का ईनाम घोषित था। मुठभेड़ स्थल से 1 नग इंसास रायफल सहित विस्फोटक सामग्री, लैपटॉप, नक्सल साहित्य एवं अन्य दैनिक उपयोगी सामान बरामद किए गए हैं।

पुलिस अधीक्षक दंतेवाड़ा गौरव राय ने बताया कि दंतेवाड़ा, बीजापुर के सीमावर्ती क्षेत्रांतर्गत थाना गीदम के ग्राम नेलगोड़ा, इकेली, बेलनार के मध्य जंगल पहाड़ी में प्रतिबंधित नक्सली संगठन सीपीआई (एम) के सदस्य, नक्सल कैडरो की उपस्थिति की आसूचना के आधार पर नक्सल विरोधी सर्च अभियान में दिनांक 30 मार्च को दंतेवाड़ा डीआरजी, बस्तर फाईटर्स की टीम रवाना हुई थी। अगली सुबह 9 बजे ग्राम नेलगोड़ा, इकेली, बेलनार के मध्य जंगल पहाड़ में पुलिस पार्टी और माओवादियों के बीच मुठभेड़ शुरू हुई जो लगभग 2 घण्टे तक लगातार चलती रही। फायरिंग बंद होने पर सभी टीमों द्वारा सर्च करने पर 1 महिला माओवादी का शव बरामद हुआ। जिसकी शिनाख्त रेणुका के तौर पर हुई।

डीआईजी कमलोचन कश्यप ने बताया कि गुम्माडिवेली रेणुका उर्फ भानु उर्फ चैते उर्फ सरस्वती उर्फ दमयन्ती सेन्ट्रल रीजनल ब्यूरो (सीआरबी) प्रेस टीम इंचार्ज, सम्पादक प्रभात पत्रिका, (डीकेएसजेडसीएम) थी। एलएलबी की डिग्री धारी रेणुका ग्राम कड़वेन्डी, देवरपल्ली, जिला वारंगल, तेलंगाना की निवासी थी।

उक्त महिला नक्सली वर्ष 1996 में नक्सल संगठन में भर्ती होकर आंध्र प्रदेश र्में एसजेडसीएम कृष्ण अन्ना के साथ काम कर चुकी थी । वर्ष 2003 में डीवीसीएम के पद पर पदोन्नति के बाद 2006 में दक्षिण बस्तर मे सेंट्रल कमेटी मेंबर दुला दादा उर्फ आनन्द के साथ काम किया। वर्ष 2013 में माड़ क्षेत्र में आकर् एसजेडसीएम रमन्ना के साथ काम करने लगी।

रमन्ना की कोरोना से मृत्यु हो जाने के बाद वर्ष 2020 में डीकेएसजेडसीएम बनाकर सेंट्रल रीजनल ब्यूरो (सीआरबी) की प्रेस टीम का इंचार्ज बनाया गया। इस सीआरबी टीम का कार्यक्षेत्र सिर्फ छत्तीसगढ़ ही नहीं, बल्कि आंध्र, तेलंगाना, ओड़िशा, महाराष्ट्र राज्य तक विस्तृत है। मृतका नक्सली रेणुका नक्सल संगठन की ओर से प्रेस विज्ञप्ति जारी करने और विभिन्न पत्रिका जैसे प्रभात, महिला मार्गम, आवामी जंग, पीपुल्स मार्च, पोडियारो पोल्लो, झंकार, संघर्षरत महिला, पितुरी, मिडंगुर, भूमकाल संदेश का संपादन, मुद्रण और प्रकाशन का कार्य किया करती थी।

गुड्सा उसेंडी की बहन थी मृतका
सबसे खास बात यह है कि मृतका रेणुका का सगा भाई जीवीके प्रसाद उर्फ सुखदेव उर्फ गुड़सा उसेंडी एसजेडसीएम स्तर का नक्सली था, जिसने वर्ष 2014 में तेलंगाना में सरेंडर किया। कभी गुड्सा उसेंडी नक्सल किवदंती बन चुका था, जिसके बारे में कई किस्से प्रचलित थे।

रेणुका ने वर्ष 2005 में सेन्ट्रल कमेटी मेंबर शंकामुरी अप्पाराव उर्फ रवि के साथ शादी कर ली थी, जो वर्ष 2010 के नलमल्ला मुठभेड़ (आंध्र प्रदेश) में मारा गया ।

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