दंतेवाड़ा में ऐतिहासिक फागुन मेला 16 मार्च से


27 मार्च को बड़ा मेला भरेगा
13 दिनी आयोजन में रोजाना होगी रस्में

तेरह दिनी आयोजन में बिखरेगी लोककला की छटा

शैलेन्द्र ठाकुर @ दंतेवाड़ा

शक्तिपीठ मां दंतेश्वरी मन्दिर प्रांगण दंतेवाड़ा में होने वाले विख्यात फागुन मेला के 13 दिवसीय आयोजन के दौरान लोक कला व संस्कृति की छटा बिखरेगी। नौ दिन तक देवी की पालकी शक्तिपीठ से नारायण मंदिर तक निकलेगी। पहले दिन से सांस्कृतिक कार्यक्रमों का सिलसिला शुरू होगा। लोक नर्तक दल और भतरी नाट के कलाकारों को आयोजन समिति की ओर से आमंत्रित किया जा रहा है। आदिवासी नर्तक दल इस आयोजन में अपनी प्रस्तुति देंगे। अन्य क्षेत्रों से भी लोक कलाकार आकर कला का प्रदर्शन करेंगे।

कार्यक्रम विवरण
16 मार्च शनिवार प्रथम पालकी कलश स्थापना सुबह 11 बजे से

17 मार्च रविवार द्वितीय पालकी ताड़पलंगा धोनी रात्रि 8 बजे से

18 मार्च सोमवार तृतीय पालकी खोरखुंदनी रात्रि 9 बजे से

19 मार्च मंगलवार चतुर्थ पालकी नाच मांडनी रात्रि 10 बजे से
20 मार्च बुधवार पंचम पालकी लमहामार रात्रि 1 बजे

21 मार्च गुरुवार षष्टम पालकी कोडरीमार रात्रि 2 बजे से

22 मार्च शुक्रवार सप्तम पालकी चीतरमार रात्रि 3 बजे से

23 मार्च शनिवार अष्टम पालकी गारी व गंवरमार सुबह 4 बजे से

24 मार्च रविवार नवम पालकी आंवरामार व होलिका दहन शाम 7 बजे से
25 मार्च सोमवार रंग-भंग, पादुका पूजन व मेला मंडई सुबह 10 बजे से
26 मार्च मंगलवार – विश्राम
27 मार्च बुधवार मेला मंडई दोपहर 2 बजे से

28 मार्च गुरूवार आमंत्रित देवी-देवताओं की विदाई प्रातः 10 बजे से

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