बस्तर अपडेट @ दन्तेवाड़ा
निर्माणाधीन दंतेवाड़ा बायपास-2 के रास्ते में बालूद-बालपेट के बीच डंकनी नदी पर बन रहे पुल के निर्माण की रफ्तार काफी सुस्त है। मानसून सीजन करीब आ चुका है, लेकिन ठेकेदार अब तक नींव की खुदाई का काम भी पूरा नहीं कर सका है। ड्रिलिंग के जरिए पुल के पिलर्स के लिए पाइल फाउंडेशन होल खोदे जा रहे हैं, लेकिन एक भी पिलर की ढलाई शुरू नहीं की गई है। अब तक पाइल फाउंडेशन का काम ही पूरा नहीं हुआ।
मानसून आगमन से पहले अगर प्री मानसून बारिश भी हुई तो सारी मेहनत पर पानी फिर जाएगा और नदी के बीच के सारे होल जलमग्न हो जाएंगे। इसके बाद दोबारा काम शुरू करने अगले नवम्बर-दिसंबर महीने तक इंतजार करना पड़ सकता है। ऐसा हुआ तो बायपास-2 प्रोजेक्ट साल भर पीछे चला जायेगा। सबसे बड़ी दिक्कत यह है कि यह सड़क पूरी तरह नई है और नदी पर कोई भी पुराना पुल नहीं है। इससे नदी के दोनों तरफ सड़क निर्माण कार्य करने में अलग-अलग रुट से काम करना पड़ रहा है। सड़क का डामरीकरण कार्य पूर्ण होने पर भी नए पुल के बगैर बायपास पर आवाजाही शुरू नहीं हो सकेगी।
कलेक्टर की हिदायत के बावजूद लापरवाही
कुछ महीने पहले कलेक्टर मयंक चतुर्वेदी ने बायपास मार्ग और डंकनी पुल के कार्यों का जायजा लिया था। उन्होंने विभागीय अफसरों और ठेकेदार को नदी के बीच वाले निर्माण कार्य मानसून आगमन से पहले पूर्ण करने के निर्देश दिए थे, लेकिन ठेकेदार ने ऐसा नहीं किया। ठेकेदार ने न तो मशीनरी बढ़ाई, न ही नदी के बीच वाले हिस्से में काम तेज किया। उल्टे, दूसरे जिले में चल रहे किसी और प्रोजेक्ट में अपने स्टाफ को शिफ्ट कर दिया।
फसल नहीं ले पाए किसान
पुल निर्माण कार्य करने के लिए विभाग ने साइट के ठीक नीचे स्थित एनीकट के गेट खोलकर पानी खाली करवा दिया। इससे किसान इस बार दोहरी फसल नहीं ले पाए। इस एनीकट से सोलर उद्वहन सिंचाई परियोजना का पानी लिया जाता रहा है। इसके बावजूद समय पर नदी के बीच के पिलर्स वाला काम नहीं किया गया। अब ठेकेदार की लापरवाही से अगले सीजन में फिर से मानसून काल के बाद एनीकट के गेट खोलकर पानी खाली करने की नौबत आएगी और किसानों को फिर दोहरा नुकसान उठाना पड़ सकता है।